1. ‘ तूफानों की ओर ‘ काव्य के कवि कौन है ?
( A ) शिव सिंह
( B ) मंगल सिंह ‘ सुमन ‘
( C ) शिवमंगल सिंह ‘ सुमन ‘ ✅
( D ) शिव मंगल सिंग
2. तूफ़ानों की ओर घुमा दो , नाविक निज …… ।
( A ) तलवार
( B ) पतवार ✅
( C ) नाव
( D ) हथियार
3. कौन विष उगल रहा है ?
( A ) ज्वार
( B ) सिंधु ✅
( C ) लहरें
( D ) नाविक
4. ज्वार कहाँ – कहाँ उठा है ?
उत्तर : ज्वार कवि के हृदय में और समुद्र में उठ रहा है ।
उत्तर : कवि नाविक को तूफानों की ओर पतवार घुमाने को कहता है ।
6. ” तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार ” ऐसा कवि ने क्यों कहा है ?
उत्तर : कवि ने ऐसा इसलिए कहा है , क्योंकि तूफान कठिनाइयों का प्रतीक है । कठिनाइयों से डरकर भागना नहीं चाहिए । बल्कि, डटकर उसका सामना करना चाहिए , इसी में बहादुरी है । जीवन में आनेवाली परेशानियाँ बहुत कुछ सीखा देती हैं । वे हमें जीने राह दिखाती हैं तथा आगे बढ़ने के लिए हमारे इरादों को मजबूत बनाती हैं ।
7. कवि किस के स्वर में बोलने के लिए कहता है?
( A ) कोयल
( B ) हृदय
( C ) अंधड़
( D ) लहरों ✅
8. कवि अंधड़ में क्या तोलने के लिए कहता है ?
उत्तर : कवि अंधड़ में साहस तोलने के लिए कहता है ।
9. ” इस अंधड़ में साहस तोलो ” का क्या अर्थ है ?
उत्तर : ” इस अंधड़ में साहस तोलो ” का अर्थ है – यह समय तुम्हारे साहस को परीक्षा का है । एसे कठिन समय में ही मनुष्य को स्वयं को परखने का मौका मिलता है ।
उत्तर : समुद्र में तेज तूफान आया है । उसे देखकर ऐसा लगता है जैसे वह विष उगल रहा हो । समुद्र में इस प्रकार लहरें उठ रही जैसे वो मांझी की नाव को निगल जाएंगी । समुद्र में आए ज्वार ने बड़ी कठिन परिस्थितियां पैदा कर दी हैं । वह आज अपनी शक्ति दिखाने पर तुला हुआ है । समुद्र की लहरों ने आज मनुष्य को पराजित करने का निश्चय किया हो इस प्रकार समुद्र ने उग्र रूप धारण किया है ।
12. ‘ सागर भी तो यह पहचाने ‘ में क्या पहचानने की बात कही गई है ?
उत्तर : ‘ सागर भी तो यह पहचाने ‘ में कविने मनुष्य के साहस और शक्ति को पहचानने की बात कही है । ऐसी कोई कठिनाई नहीं है जिसका मनुष्य के पास हल न हो।
उत्तर : मनुष्य ने कभी भी हार नहीं मानी है ।
14. कवि ने मनुष्य को मिट्टी का पुतला क्यों कहा ?
उत्तर : कवि ने मनुष्य को मिट्टी का पुतला कहा है , क्योंकि वह धरती पर जन्म लेता है । मिट्टी ही उसकी माँ है । मिट्टी में उत्पन्न होनेवाले पदार्थों से ही मनुष्य का पालन – पोषण होता है । इसी में खेलकर वह बड़ा होता है । मनुष्य के मर जाने पर उसका शरीर मिट्टी में ही मिल जाता है । इस तरह मनुष्य जन्म से लेकर मृत्यु तक मिट्टी से ही जुड़ा रहता है।
15. सागर की अपने क्षमता है………पर भी कब थकता है ।
( A ) माॉंझी ✅
( B ) मुसाफिर
( C ) भगवान
( D ) इन्सान
16. माझी का हाथ कब तक नहीं रूकता है ?
उत्तर : मांझी में भी अद्भुत साहस और अनोखी शक्ति है । इसलिए यह कभी थकता नहीं है । जब तक उसके शरीर में प्राण है , तब तक वह रूकने का नाम नहीं लेता । वह संघर्ष करना नहीं छोड़ता । अर्थात् माँझी की अंतिम सांस तक उसका हाथ नहीं रूकता है ।
उत्तर : इस काव्य में कवि ने मनुष्य के धैर्य , गतिशीलता , साहस और संघर्षरत रहने जैसे मूल्य उजागर किए हैं । मनुष्य सब कुछ कर सकता है । उसने कभी हार नहीं मानी है । वह थकना नहीं जानता । उसमें जब तक सास है , तब तक वह आगे ही बढ़ता रहता है । मनुष्य के साहस और आत्मविश्वास की कोई सीमा नहीं है । इसी साहस और आत्मविश्वास के बल पर ही मनुष्य ने सात सागर पार किए
18. जब तक साँसों में……… हैं ।
उत्तर : स्पंदन
19. कवि सातों सागरों को किस प्रकार पार करने के लिए कहता है ?
उत्तर : कवि सातों सागरों को अपनी हिम्मत और ताकत के सहारे पार करने के लिए कहता है ।
20. समस्या आने पर हमें क्या करना चाहिए ?
उत्तर : समस्या आने पर हमें घबराना नहीं चाहिए । शांति और धीरज रखते हुए उसका हल खोजना चाहिए ।
21. काव्य – पंक्तियों का भावार्थ अपनी नोटबुक में लिखिए :
( 1 ) लहरों के स्वर में कुछ बोलो ,
इस अंधड़ में साहस तोलो ।
कभी – कभी मिलता जीवन में
तूफानों का प्यार ।
तूफानो की ओर घुमा दो , नाविक निज पतवार ।
उत्तर : जैसे लहरों का स्वर ऊंचा हो रहा है और उनका जोर बढ़ रहा है , वैसे ही तुम भी तैयार होकर ऑधियों के सामने उठ जाओ और स्वयं देखो कि तुममें कितनी हिम्मत है । जीवन में तूफानों का प्यार कभी – कभी ही मिलता है । भाग्यशाली लोग ही जीवन में कठिनाइयों का सामना करते हैं ।
( 2 ) यह असीम , निज सीमा जाने ,
सागर भी तो यह पहचाने ।
मिट्टी के पुतले मानव ने
कभी न मानी हार ।
उत्तर : समुद्र और तूफान आज असीम दिखाई देते हैं । इनका सामना मनुष्य कर सकता है । हे नाविक ! तुम अपनी नौका लेकर चलो और सागर को भी बता दो कि मानव मिट्टी का पुतला है , पर समुद्र के सामने हार नहीं मानेगा । मनुष्य ने कहीं भी अपनी हार नहीं मानी ।
22. कविता को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
( 1 ) प्रश्न के उचित विकल्प पर ( √ ) का निशान लगाइए :
तोता
मोर
चिड़ियाँ ✅
( ब ) किताबों में किसके लहलहाने की बात है ?
खेतियों ✅
झरने
बाग
( क ) किताबें किसके किस्से सुनाती हैं ?
राजा
परिया ✅
किसान
3. संसार – यह संसार में भातिॅं भातिॅं के लोग है ।
4. भरमार- ज्ञानकोश में ज्ञान की भरमार है ।
( A ) किताबों में क्या – क्या है ?
उत्तर : किताबों में चिड़ियाँ , खेतों , झरने , परियों के किस्से हैं । किताबों में रॉकिट का राज , साइंस की आवाज और ज्ञान का भंडार है ।
( B ) हमें किताबें क्यों पढ़नी चाहिए ?
उत्तर : हमें किताबें पढनी चाहिए , क्योंकि किताबें हमें बहुत सारी जानकारी और ज्ञान देती हैं ।
( C ) ” किताबों में ज्ञान की भरमार है । ” ऐसा कवि ने क्यों कहा है ?
उत्तर : किताबों में विविध विषयों का बहुत सारा ज्ञान पड़ा है । इसलिए कवि कहते है कि – ” किताबों में ज्ञान की भरमार है । ”
23. काव्य – पंक्तियाँ पूर्ण कीजिए और अपनी नोटबुक में लिखिए :
(1) आज सिंधु………है ज्वार ।
उत्तर : आज सिंधु ने विष उगला है ;
लहरों का यौवन मचला है ;
आज हहय में और सिंधु में
साथ उठा है ज्वार ।
उत्तर : सागर की अपनी क्षमता
पर माँझी भी कब थकता है ,
जब तक साँसों में स्पंदन है ,
उसका हाथ नहीं रुकता है ,
इसके ही बल पर कर डाले
सातों सागर पार ।
( 1 ) उनकी ईमानदारी से सारा नगर परिचित है ।
वाक्य : रमेश ईमानदार व्यापारी है ।
( 2 ) हमारी अमीरी लोगों को उपयोगी होगी ।
( 3 ) हिमालय पर्वत की ऊँचाई देखने लायक है ।
( 4 ) लक्ष्मीबाई वीरता पूर्ण लड़ी ।
वाक्य : तात्या टोपे वीर योद्धा थे ।
( 5 ) दूसरों की बुराई करना पाप है ।
वाक्य : बुरा काम करनेवालों को उसका दंड अवश्य मिलता है ।
25. कहावतों का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
अर्थ : अपराधी द्वारा निर्दोष पर दोष लगाना ।
वाक्य : चोरी तुमने की और डाँट मुझे रहे हो ? यह तो वही बात हुई , उल्टा चोर कोतवाल को डाटे ।
( 2 ) न रहेगा बाँस , न बजेगी बाँसुरी ।
अर्थ : कारण ही न रहे तो कार्य कैसे होगा ।
वाक्य : बच्चों के बीच खिलौने के लिए झगड़ा होने पर पिताजी ने खिलौने ले लिए , क्योंकि न रहेगा बाँस , न बजेगी बाँसुरी
( 3 ) चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात ।
अर्थ : सुख या धन कुछ समय के लिए ही होते हैं ।
वाक्य : लोगों को हमेशा याद रखना चाहिए कि चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात आती ही है ।
( 4 ) अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत ।
वाक्य : पहले तो परिश्रम नहीं किया । अब असफल होने पर क्यों रो रहे हो ? क्या तुम नहीं जानते ? अब पछताए होत क्या जब चिडियाँ चुग गई खेत ।
26. निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए :
उत्तर : माझी
27. निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए :
( 1 ) निज x …………………
उत्तर : ‘ तूफ़ानों की ओर ‘ कविता में कवि ने कहा है कि यह संसार एक बड़ा सागर है और प्रत्येक मानव अपने जीवनरूपी नौका का नाविक है । संसार में तूफानों कठिनाइयों की कमी नहीं है । मनुष्य का कर्तव्य है कि वह उन कठिनाइयों में अपना देय न खोए और साहस से उनका सामना करे । कठिनाइयों में ही मनुष्य के साहस , बल और बुद्धि की परीक्षा होती है । इसलिए वह कठिनाइयों का स्वागत करे और उन पर विजय हासिल करे ।