- ‘कुत्ते की वफ़दारी’ कहानी के लेखक कौन है ?
(अ) प्रेमचंद (ब) लल्लूभाई रबारी
(क) समित्रानंदन पंत (ड) मैथिलीशरण गुप्त
उत्तर : (ब) - पाटण कहाँ है ?
उत्तर :पाटण गुजरात राज्य में है । - गुजरात के पाटण जिले में …………..नाम का एक छोटा-सा नगर है ।
उत्तर :राधनपुर - पुराने जमाने में बनजारे क्या काम करते थे ?
उत्तर :पुराने बनजारे व्यापारा का सामान लाने-ले जाने का काम करते है । - बनजारा अपने ऊँटों पर सामान लाता था । (सही या गलत )
उत्तर : सही - लाखा बनजारा क्या काम करता था और कैसे ?
उत्तर :लाखा बनजारा अपने ऊँटों पर गाँवो का माल सामान लादकर शहरों में ले जाता था और वहा से मिसरी, गुड़-मसाले आदि भरकर गाँवो तक ले जाता था । - बनजारे का नाम ‘लाखा बनजारा’ क्यों पड़ा ?
उत्तर :बनजारे का नाम ‘लाखा बनजारा’ पड़ा क्योंकि वह लाखों का व्यापार करता था । - लाखा बनजारा के पास कौन-सा प्राणी था ?
(अ) बिल्ली (ब) हाथी
(क) कुत्ता (ड) घोड़ा
उत्तर : (क) - ……………बड़ा वफ़ादार था ।
उत्तर :कुत्ता - कुत्ता रात को बनजारे के पड़ाव की रखवाली करता था, क्योंकि…………..
(अ) कुत्ता बड़ा वफादार था ।(ब) कुत्ता बहुत शानदार था ।
(क) कुत्ता बहुत समझदार था । (ड) कुत्ता उसका गुलाम था ।
उत्तर : (अ) - ‘कुत्ता बड़ा वफ़ादार था ।’ ऐसा क्यों कहा गया है ?
उत्तर : ‘कुत्ता बड़ा वफादार था ’ ऐसा इसलीए कहा गया क्योंकि, लाखा द्वारा उसे सेठ के पास गिरवी रखने पर उसने सेठ को चोरी के बारे में बताया था । साथ ही चोरी हुआ माल-सामान भी चोरों ने जहाँ छुपाया था वहाँ सेठ को ले जाकर माल-सामान वापस दिलाया । - बनजारा अपने कुत्ते से नाखुश था । (सही या गलत )
उत्तर : गलत - व्यापार में बड़ा घाटा पड़ने से लाखा को माल-सामान की जरूरत आ पड़ी ।(सही या गलत )
उत्तर : गलत - लाखा बनजारा रूपयों की मदद के लिए कौन-से नगर में पहुँचा ?
(अ) पालनपुर (ब) राधनपुर
(क) आनंदपुर (ड) नैनपुर
उत्तर : (ब) - बनजारा सेठ के पास क्यों गया ?
उत्तर :एक बार बनजारा व्यापार में मार खा गया और रूपयों की जरूरत आ पड़ी थी । इसीलिए वह सेठ के पास गया । - लाखा ने सेठ को अपनी जबान पर विश्वास रखने को कहा । (सही या गलत ) उत्तर : सही
- सेठ ने रूपये के साथ उसके बदले में कुछ गिरवी रखने की बात की तब लाखा ने क्या कहा ?
उत्तर :सेठ ने कुछ गिरवी रखने को कहा तब लाखा बोला, ‘‘सेठजी मेरे पास फूटी कौड़ी भी नहीं है । मैंने व्यापार में सब कुछ खो दिया है । मेरी जबान पर विश्वास रखें और मुझ रूपये दे दीजिए । मैं आपकी पूरी रकम सूद समेत एक साल में ही चुका दूँगा । - मैं आपकी पूरी रकम……………….समेत चुका दूँगा ।
उत्तर : सूद - सेठ ने बनजारे के सामने कौन-सी शर्त रखी ?
उत्तर :सेठ ने बनजारे के शर्त रखी कि – ‘‘तुम्हारे पास यह कुत्ता है । तो तुम इसे ही जमानत के रूप में दे दो । जब तुम सारे रूपये लौटा दोगे, तब मैं भी कुत्ता तुम्हें वापस दे दूँगा ।’’ - सेठ ने आखिर में कौन-सी बात प्रस्तुत की ?
उत्तर :सेठ ने आखिर में गिरवी रखने के लिए कोई वस्तु न होने पर लाखा को उसका कुत्ता जब तक वह पैसे वापस न लौटा दें, तब तक गिरवीं रखने की बात प्रस्तुत की । - सेठ ने लाखा के पास जमानत के रूप में क्या माँगा ?
(अ) ऊँट (ब) घोड़ा
(क) बकरा (ड) कुत्ता
उत्तर : (ड) - अपने कुत्ते को देने में बनजारे को बहुत…………..था ।
उत्तर : दु:ख - बनजारा बहुत दु:खी होकर, कुत्ता सेठ को देकर, रूपये लेकर चला गया । (सही या गलत ) उत्तर : सही
- कुछ दिनों के बाद सेठ के घर कौन-सी घटना घडी ?
उत्तर : कुछ दिनों बाद एक रात कुछ लुटेरे सेठ की दुकान को तोड़कर वहाँ से माल-सामन चोरी करके ले गए । - कुत्ते ने किसका पीछा किया ?
(अ) लोगों का (ब) चोरों का
(क) स्वामी का (ड) वानर का
उत्तर : (ब) - कुत्ते ने चोरों का पीछा करके क्या देख लिया ?
उत्तर :कुत्ते ने चोरों का पीछा करके उन्होंने जहाँ माल छिपाया था, उस जगह को देख लिया । - चारों ने सारा………….जमीन में गाड़ दिया ।
उत्तर : माल-सामान - कुत्ते ने सेठ के सामने चोरी की बात कैसे प्रस्तुत की ?
उत्तर :कुत्ते ने भौंक-भौंककर सेठ के सामने चोरी की बात प्रस्तुत की । - कुत्ता सेठ को किस तरह छिपाये गए माल के स्थान पर ले गया ?
उत्तर :कुत्ता सेठ की धोती पकड़कर आगे खींचने लगा । सेठ कुत्ते के पीछे-पीछे चलने लगे । इस तरह कुत्ता उन्हें छिपाए गए माल के स्थान पर ले गया । - वहाँ जाकर कुत्ता अपने पैरों से………….खोदने लगा ।
उत्तर :मिट्टी
31.कुत्ते ने सेठ का सब सामान कैसे मिलवाया ?
उत्तर : कुत्ते ने चोरों का पीछा किया और उन्होंने जहाँ धन गाड़ा था, वह जगह देख ली । बाद में वह सेठ की धोती पकड़कर आगे खींचने लगा । सेठ उसके पीछे चलने लगे । चोरों ने जहाँ माल छिपाया था, वहाँ जाकर कुत्ता मिट्टी खोदने लगा । थोड़ी देर में सब सामान निकल गया ।
- सेठ ने कुत्ते को कैसे थपथपाया ?
(अ) प्रमे से (ब) धुत्कार से
(क)गुस्से से (ड) जोर से
उत्तर : (अ) - सेठ की खुशी का ठिकाना नहीं था, क्यों ?
उत्तर :कुत्ते ने सेठ का चोरी हुआ माल-समान उन्हें वापस दिलाया था । इसलिए सेठ की खुशी का ठिकाना नहीं था ।
- सेठ कुत्ते को क्यों मुक्त कर देते है ?
उत्तर :सेठ के यहाँ चोर ने डाका डाला था । - सेठ ने कुत्ते को क्या कहा ?
उत्तर :सेठ ने कुत्ते के गले में पट्टे में चिठ्ठी बाँधकर कहा, – ‘‘कुत्ते भाई-जाओ तुम अपने मालिक लाखा बनजारा के पास, तुम मुक्त हो ।’’ - कुत्ता किससे मिलने के लिए जल्दी-जल्दीभागने लगा?
(अ) मालिक से (ब) सेठ से
(क)अन्य कुत्तों से (ड) बच्चों से
उत्तर : (अ) - लाखा बनजारा कब और क्यों घर वापस आ रहा था ?
उत्तर :लाखा व्यापार में खूब रूपये कमाने के बाद सेठ को उसकी रकम वापस करने के लिए घर वापस आ रहा था । - कुत्ते को अपने पास आता देखकर लाखा बनजारा खुश हुआ । (सही या गलत)
उत्तर : गलत - कुत्ते ने मेरी………..काट ली है ।
उत्तर :जबान - कुत्ते के माथे पर…………का प्रहार कर दिया ।
उत्तर : लाठी - लाखा ने कुत्ते के माथे पर क्यों लाठी का प्रहार किया ?
उत्तर :कुत्ते की वफादारी से खुश होकर शेठ ने कुत्ते को मुक्त कर दिया । वह अपने मालिक से मिलने के लिए जल्दी-जल्दी भाग रहा था । लाखा भी उसे रास्ते से आ रहा था । कुत्ते को आते देख उसे लगा कि कुत्ता सेठ के यहाँ से भागकर आ रहा है । वह सेठ को क्या मुँह दिखाएगा । इसलिए क्रोध में आकर उसने कुत्ते के माथे पर लाठी का प्रहार किया । - लाठी के मार से कुत्ते को कुछ नहीं हुआ । (सही या गलत)
उत्तर : गलत - लाखा ने कुत्ते के गले में क्या देखा ?
उत्तर :लाखा ने कुत्ते के गले में एक चिठ्ठी बँधी हुई थी । - सेठ ने स्वयं कुत्ते को मुक्त कर दिया है । (सही या गलत)
उत्तर : सही - कुत्ते के गले में बँधी चिठ्ठी देखकर लाखा प्रसन्न हुआ । (सही या गलत)
उत्तर : गलत - सेठ ने कुत्ते को गले में पहनाई हुई चिठ्ठी में क्या लिखा था ?
उत्तर :सेठ ने चिठ्ठी में लिखा था कि – ‘‘लाखा तुम्हारे कुत्ते ने मुझे सुद समेत रूपये लौटा दिए है; अत: कुत्ते को मैं मिक्त करता हूँ । उसने मेरे घर चोरी किए माल-सामान को वापस दिलवा दिया है । खुश होकर मैने स्वयं इसे मुक्त किया है । - लाखा क्या देखकर चकित हो गया ?
(अ) चिठ्ठी (ब) शव
(क) बेहोशी (ड) मुक्ति
उत्तर : (अ) - सेठ ने कुत्ते को मुक्त कर दिया, क्योंकि………..
(अ) सेठ उदार थे ।
(ब) सेठ लाखा बनजारा का मित्र था ।
(क) कुत्ते ने सेठ के प्रति अपनी वफ़ादारी दिखाई थी ।
(ड) कुत्ता वहाँ नहीं रहना चाहता था ।
उत्तर : (क) - उसने मेरे घर चोरी किए गए………….को वापस दिलवा दिया है ।
उत्तर :माल-सामान - चिठ्ठी पढ़कर बनजारे पर क्या असर हुआ ?
उत्तर :चिठ्ठी पढ़कर लाखा चकित हो गया । वह कुत्ते के शव को गोदी में लेकर फूट-फूटकर रोने लगा । उसे बड़ा पछतावा हुआ । - कुत्ते के शव को गोदी में लेकर लाखा फूट-फूटकर रोने लगा । (सही या गलत)
उत्तर : सही - लाखा चिल्ला-चिल्लाकर क्या बोलने लगा ?
उत्तर :लाखा चिल्ला-चिल्लाकर बोलने लगा, ‘‘हाय, यह मैंने क्या कर दिया ? हाय, यह मैंने क्या कर दिया?’’ - कुत्ते का शव गोदी में लेकर लाखा ने क्या कहा ?
उत्तर :कुत्ते का शव गोदी में लेकर लाखा बोला, ‘‘हाय, यह मैंने क्या कर दिया ? हाय, यह मैंने क्या कर दिया?’’ - लाखा ने वफ़ादार कुत्ते की ……………बनबाई ।
उत्तर :समाधि - लाखा ने कुत्ते की समाधि बनवाई, क्योंकि……….
(अ) कुत्ता महोल्ले में कई साल से था ।
(ब) कुत्ता सबको प्रिय था ।
(क) कुत्ता वफ़दार प्राणी था ।
(ड) कुत्ता भगवान का रूप था ।
उत्तर : (क) - समाधि क्यों बनाई जाती है ?
उत्तर :किसी विशिष्ट व्यक्ति की याद कायम रखने के लिए समाधि बनाई जाती है । - लाखा ने कुत्ते की समाधि कहाँ बनवाई है ?
उत्तर :लाखा ने कुत्ते की समाधि पाटण जिले के राधनपुर के तालाब के किनारे बनवाई है । - यह समाधि कुत्ते की वफ़ादारी की कथा…………..को सुना रही है ।
(अ) संसार (ब) सेठ
(क) लाखा (ड)कुत्तों
उत्तर : (अ) - ‘कुत्ता वफ़ादार प्राणी है’ ऐसा क्यों कहा गया है ?
उत्तर :कुत्ता अपने मालिक के घर का भरोसेमंद पहरेदार है । उसके कारण चारो घर में घुसने की हिम्मत नहीं करते । कोई भी अंजान व्यक्ति अंदर नहीं आ सकता । कुछ भी घटना घटने पर वह भौंक भौंकके मालिक को बताता है । मालिक के लिए कुत्ता अपना जीवन भी कुर्बान कर देता है । इसलिए कुत्ता वफ़ादार प्राणी कहलाता है ।
- नीचे दिए शब्दों के समानार्थी शब्द लिखिए :
(1) तट : …………….
उत्तर : किनारा
(2) शहर : …………..
उत्तर : नगर
(3) हृदय : …………..
उत्तर : सीना
(4) नाराज : ………..
उत्तर : नाखुश
(5) कुशल : …………
उत्तर : होशियार
(6) शव : ……………
उत्तर : मृतदेह
(7) सूद : ……………
उत्तर : ब्याज
(8) मिसरी : ………..
उत्तर : चीनी
(9) गोद : …………..
उत्तर : आँचल
(10) जमानत : ………….
उत्तर : जामीन
(11) पानी :………….
उत्तर : जल
- निम्नांकित शब्दो का लिंग परिवर्तन किजीए :
(1) लड़का : …………..
उत्तर : लड़की
(2) शिष्य : ……………
उत्तर : शिष्या
(3) नाग : ……………..
उत्तर : नागिन
(4) ऊँट : …………….
उत्तर : ऊँटनी
(5) बनजारा : ………….
उत्तर : बनजारिन
(6) राजा : …………….
उत्तर : रानी
(7) सेठ : …………….
उत्तर : सेठानी
(8) घोड़ा : …………….
उत्तर : घोड़ी
(9) देव : ……………
उत्तर : देवी
(10) गाय : …………..
उत्तर : बैल
- शब्द समुह के लिए एक शब्द लिखिए :
(1) एक विचरती जाति
उत्तर : बनजारा
(2) किसी के उपर बहुत सी वस्तुएँ रखना
उत्तर : लादना
(3) यात्रा में कुछ समय का ठहराव
उत्तर : पड़ाव
- मुहावरो के अर्थ लिखकर वाक्य-प्रयोग करिए :
(1) हृदय दिला लेना
उत्तर : हृदय को द्रवित कर देना
उत्तर : मजदूरों की परिस्थिति देखकर मेरा हृदय हिल गया ।
(2) नौ-दो ग्यारह होना
उत्तर : भाग जाना
उत्तर : बिल्ली दूध पीकर नौ-दो ग्यारह हो गई ।
(3) मार खा जाना
उत्तर : नुकशान होना
उत्तर : लाखा व्यापार में मार खा गया ।
(4) हक्का-बक्का रह जाना
उत्तर : चकित होना
उत्तर : रमेश पत्र पढ़कर हक्का-बक्का रह गया ।
(5) फूटी कौड़ी न होना
उत्तर : बहुत गरीब होना
उत्तर : उस समय मयुर के पास फूटी कौड़ी भी नहीं थी ।
(6) आव देखा न ताव
उत्तर : सोच विचार किए बिना काम करना
उत्तर : पुलिस को देखकर लोगों ने आव देखा न ताव और भाग गए ।
(7) कोई चारा न होना
उत्तर : कोई उपाय न होना
उत्तर : पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर चोर के पास सच बोलने के अलावा कोई चारा न रह गया ।
(8) जबान काट लेना
उत्तर : वचन तोड़ देना
उत्तर : चुनाव के बाद नेता अपनी जबान काट लेते है ।
(9) डाका डालना
उत्तर : चोरी करना
उत्तर : डाकूओं ने नगर सेठ के घर डाका डाला ।
(10) फुट-फुटकर रोना
उत्तर : बहुत अधिक रोना
उत्तर : प्रतियोगिता से बहार किए जाने पर जय फूट-फूटकर रोने लगा ।
- कहावत का अर्थ लिखिए :
(1) जब पछताए होत क्या, जब चिडियाँ चुग गई खेत ।
उत्तर : नुकशान हो जाने के बाद पछतावा रकने से कोई लाभ नहीं होता । इसलिए हमें सही तरीके से सोच-समझकर सही समय पर सारे काम करने चाहिए ।
- शब्दों के शब्दकोश के क्रम में लिखिए :
सुंदर, वापस, वफ़ादार, इसीलिए, आश्चर्य, लुटेरा
उत्तर : आश्चर्य, इसीलिए, लुटेरा, वफ़ादार, वापस, सुंदर
- निम्नलिखित पात्रों के बारे में लिखिए:
(1) लाखा बनजारा
उत्तर : लाखा एक बनजारा था । वह अपने ऊँटो पर गाँवो का माल सामान लादकर शहरों में जाता था और वहाँ से मिसरी, गुड़-मसाले आदि भरकर गाँवो तक ले आता था । वह लाखों रूपयों का व्यापार करता था । इसलिए लोग उसे लाखा बनजारा कहते थे । उसके पास एक सुंदर कुत्ता था, जो उसका बड़ा वफादार था । लाखा ने रूपयों की जरूरत पड़ने पर राधनपुर के सेठ के पास अपने कुत्ते को गिरवी रखा था । लाखा ने बीना सोचेसमझे अपने कुत्ते को मार दिया । और फिर बहोत पछताया । उसने कुत्ते की समाधि बनाई थी ।
(2) सेठ
उत्तर : सेठ राधनपुर के रहनेवाले थे । वह लोगों को पैसौं की जरूरत पड़ने पर वस्तु गिरववी रखकर व्याज पर धन देते थे । सेठ ने लाखा बनजारे का कुत्ता गिरवी रखकर उसे धन उधार दिया था । कुत्ते ने जब सेठ को चोरी की जानकारी दी और चोरी हुआ माल-सामान वापस दिलाया तो, सेठ बहुत खुश हो गया । कुत्ते की वफ़ादारी से खुश होकर उसे मुक्त कर दिया और लाखाका कर्ज भी माफ कर दिया । सेठ गुणों की कदर करना जानते थे ।
- ढाँचे पर से कहानी नोटबुक में लिखिए :
एक नोकर द्वारा चोरी करना – सेठ का सभी नौकरों से पुछना – किसी का चोरी कबूल न करना – सेठ द्वारा युक्ति करना – प्रत्येक को सात-सात इंच की लकड़ी देना – जादु की लकड़ी होने की बात करना- दूसरे दिन दिखाने को कहना-चोर की लकड़ी एक इंच बढ़ जाएगी – घर जाकर हार चुराने वाले नौकर का एक एंच लकड़ी काटना – दूसरे दिन चोर का पकड़ा जाना ।
उत्तर : एक छोटे से कस्बे में एक सेठ रहते थे । उनकी सोने-चाँदी के गहनें बेचने की दुकान थी । दुकान पर काम करने के लिए उन्होने कोई नौकर रखें थे ।
एक दिन सेठ किसी जरूरी काम से बाहर जाते समय एक कीमती हार तिजौरी में रखना भूल गए । एक नौकर ने मौका देखा और हार चुरा लिया । सेठने वापस आकर नौंकरो से हार के विषय में पूछा । तो किसी ने कुछ भी नहीं बताया । दुकान में भी वह हार नहीं मिला सेठ को नौंकरों द्वारा हार चोरी करने की बात पर शंका हुई ।
सेठ चतुर था । उन्होंने एक युक्ति की । प्रत्येक नौकर को उन्होंने सात-सात इंच की लकड़ी देते हुए कहा : ‘‘यह जादुई लकड़ी है । तुम सब इसे घर ले जाओ और कल लाकर मुझे दिखाना । जिसने हार चुराया होगा उसकी लकड़ी एक इंच बढ़ जाएगी ।’’
सभी नौकर अपनी-अपनी लकड़ी लेकर घर गए । हार चुरानेवाले नौकर ने सौचा, ‘‘मैंने चोरी की है, इसलिए मेरी लकड़ी एक इंच बढ़ जाएगी । यदि मैंने इसे एक इंच काट दूँ तो सात इंच की ही रहेगी । ’’ उसने ऐसा सोचकर अपनी लकड़ी एक इंच काट दी ।
अगले दिन सभी नौकर अपनी लकड़ी लेकर सेठ के पास पहुँचे । सेठने सभी की लकड़ी देखी । एक नौकर की छड़ी एक इंच कम थी । सेठ ने धमकाने पर उसने चोरी कबूल कर ली । सेठ ने उससे हार वापस ले लिया और उसे नौकरी से निकाल दिया ।
इस प्रकार सेठ की चतुराई से हार चुरानेवाला नौकर पकड़ा गया ।
- रेखांकित शब्द की संज्ञा पहचानिए और उसे जातिवाचक संज्ञा और व्यक्तिवाचक संज्ञा में वर्गीकृत कीजिए:
व्यक्तिवाचक संज्ञा | जातिवाचक संज्ञा | |
(1) हिमालय सबसे ऊँचा पर्वत है । | हिमालय | |
(2) नर्मदा नदी पचित्र है । | नर्मदा | |
(3) भारत का राष्ट्रध्वज त्रिरंगा है । | भारत | |
(4) जन्मभूमि सबको प्यारी लगती है । | जन्मभूमि | |
(5) नीम गुणवर्धक पेड़ है । | नीम | |
(6) महात्मा गांधी भारत के परम व्यक्ति है । | महात्मा गांधी | |
(7) हमारे देश के सैनिक बहादूर है । | सैनिक | |
(8) गाँव को स्वच्छ रखना चाहिए । | गाँव | |
(9) फलों का रस मधुर होता है । | फलों | |
(10) कुत्ता वफ़ादार प्राणी है । | कुत्ता | |
(11) हंमेशा गुरु की बात को ध्यान में रखना चाहिए । | गुरु | |
(12) हिन्दु लोग गाय को ‘माता’ कहते हैं । | गाय |
- ‘मेरा प्रिय प्राणी’ विषय पर सात-आठ वाक्य लिखिए ।
उत्तर : मेरा प्रिय प्राणी हाथी है । हाथी सबसे बड़ा और ताकतवर जानवर है । हाथी का रंग काला होता है । इसकी आँखें बहुत छोटी होती है । इसके एक लंबी सूँढ होती है । सूँढ से यह नाक और हाथ दोनों का काम लेता है । हाथी सवारी और सामान ढोने के काम आता है । पुराने जमाने में राजा-महाराजा सवारी के लिए हाथी का उपयोग करते थे । हाथी वफादार और समझदार जानवर है ।