धोरण ६ हिन्दी द्वितीय सत्र पाठ : ५ जय विज्ञान की
उत्तर : विज्ञान
2. किसका सिलसिला शरू हो गया है ?
उत्तर : विज्ञान के कारण सुविधाओं का सिलसिला शरू हो गया है ।
3. सभी जगह किसकी खुसबू है ?
उत्तर : विलासिता
4. समय और शक्ति की बचत कैसे होती है ?
उत्तर : वेज्ञानिक खोजों, नये-नये उपकरणों व विकास के कारण समय और शक्ति कि बचत होती है ।
5. अब ………………………… का जादू है ।
उत्तर : विकास
6. नये – नये उपकरण बनाए, नूतन …………………. की ।
उत्तर : अनुसंधान
7. किन उपकरणों के माध्यम से संदेशा व्यवहार हो सकता है ?
उत्तर : मोबाइल, फैक्स, कम्प्यूटर में इंटरनेट आदि के माध्यम से हम संदेशा व्यवहार कर सकते है ।
8. …………………….. मिलती जिस पथ चल डगर वही आसान की ।
उत्तर : विजयश्री
9. किसकी क्रांति आ गई है ?
उत्तर : कंप्यूटर की क्रांति आ गई है ।
10. अधर- अधर पर खुशियाली की ……………… लहराई है ।
उत्तर : गंगा-यमुना
11. कौन अपनी शान के बारे में बोल रहे है ?
उत्तर : नई सदी के बच्चे
उत्तर : समय के साथ चलते हुए, नवीनता को अपनाते हुए हाम दुनिया में यश पा सकते है ।
13. हमें …………………. के साथ चलना चाहिए ।
उत्तर : समय
14. धरती पर नया सवेरा किस प्रकार लाएँगे ।
उत्तर : स्वयं प्रयास करते हुए धरती पर नया सवेरा लाएँगे ।
उत्तर : स्वर्ण
उत्तर : हमें मानवता के गान की शरुआत करनी है ।
17. काव्य में किसकी जय-जयकार की गई है ?
उत्तर : काव्य में जवान, किसान और विज्ञान की जय-जयकार की गई है ।
18. वैज्ञानिक उपकरणों का क्या लाभ है ?
उत्तर : वैज्ञानिक उपकरणों द्वारा कार्य सरलता से एवं कम परिश्रम से हो जाता है । साथ ही समय और शक्ति कि बचत होती है ।
19. कंप्यूटर और इंटरनेट से हमें क्या लाभ हुए है ?
उत्तर : कंप्यूटर के द्वारा हम बड़ी से बड़ी व जटिल गणना सरलता से कर सकते है । इंटरनेट द्वारा हम किसी भी विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते है । घर बैठे रेलवे और हवाई सफर के लिए टिकट ले सकते है । बैंक के काम भी कर सकते है ।
20. हम धरती पर सुख-सुविधाएँ कैसे निर्माण करेंगे ?
उत्तर : हम विज्ञान के नवीन उपकरणों का सही उपयोग कर धरती पर सुख-सुविधाओं का निर्माण करेंगे ।
1. क्रम = ………………..
2. उपकरण = ………………..
3. अधर = ………………..
4. शान = ………………..
5. वसुधा = ………………..
6.निज = ………………..
7. अनुसंधान = ………………..
8. यशगान = ………………..
9. दूनी = ………………..
22. निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए :
1. जय × ………………..
2. खुशबू ×………………..
3. शरू × ………………..
4. आसान × ………………..
5. नई × ………………..
6. निज × ………………..
1. स्वर्ण सवेरा लाना
2. गंगा-यमुना लहराना
वाक्य : क्रिकेट मैच में हमारे दल के विजयी होने पर गंगा-यमुना लहरा उठी ।
24. निम्नलिखित शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए :
1. उपकरण
2. मोबाईल
3. कंप्यूटर
4. क्रांति
5. खुशियाली
6. सुविधा
25. दिए गए उदाहरण के अनुसार समान प्रासवाले शब्दों कि रचना कीजिए :
उदाहरण : लिखावट – रुकावट – सजावट
1. नौकरानी – ………………..
3. नायिका – ………………..
4. चुनाव – ………………..
26. काव्य-पंक्तीयाँ पूर्ण कीजिए :
1. मोबाइल पर …………. आसान की !
उत्तर :
मोबाइल पर बातें करिए
पेजर, फैक्स, मुसकुराते,
पल में जयपुर, पल में मथुरा
मानव आज पहुँच जाते,
विजयश्री मिलती जिस पथ चल
डगर वही आसान कि !
2. चलें समय …………….. गान की !
उत्तर :
चलें समय के साथ तभी तो
दुनिया में यश पाएँगे,
इस वसुधा पर स्वर्ण-सवेरा
निज प्रयास से लाएँगे,
फिर करनी शरुआत सभी को
मानवता के गान की !
27. निम्नलिखित शब्दों के हिन्दी नाम लिखिए :
1. टेलिफोन – ………………..
उत्तर : दूरभाष
28. निम्नलिखित विषय पर दस वाक्य अपनी नोटबुक में लिखिए :
विज्ञान का अर्थ है किसी विषय का विशेष और व्यवस्थित ज्ञान । विशेष ज्ञान के बाल पर ही विशेष कार्य किए जाते हैं । तरह-तरह के आविष्कार तथा खोज विज्ञान के ही परिणाम हैं ।
विज्ञान की दी हुई चीजों का उपयोग हम सुबह से लेकर नींद आने तक लगातार करते रहेते हैं । यहाँ तक कि नींद आने के बाद भी विज्ञान हमें लाभ पहुँचाता रहता है । आज विज्ञान के बिना मनुष्य का जीवन सभ्य नहीं कहा जा सकता ।
विज्ञान से लाभ : विज्ञान ने हमारे जीवन को कितना सुखी बना दिया है, यह कहने कि आवश्यकता नहीं है । कपड़े – बुनने के कल-कारखाने अधिक उगाने के लिए हैकर तथा अन्य मशीनें, मकान बनाने के नये नये उपाय तथा औजार, ये सब विज्ञान ने हमारे लिए बनये हैं ।
किसी समय लोग अकाल से मरने को मजबूर थे किन्तु आज किसी भूख से मरने की खबर शायद ही कभी मिलती हो । आज शरीर ढँकने के लिए कपड़े सबके पास है । किसी समय बड़ी संख्या में हेज, प्लेग आदि बीमारियों से लोगों कि मौत हो जाती थी । आज ये सब रोग विज्ञान के नियंत्रण में है । इन रोगों का आसानी से इलाज किया जा सकता है । इतना ही नहीं, विज्ञान ने हमारी दैनिक सुख सुविधा कि छोटी – छोटी चीजों के अलावा शिक्षा, सूचना, संपर्क यात्रा तथा शत्रुओं से रक्षा के अनेक उपाय और साधान हमें दिए हैं ।
सूई से लेकर कार, ट्रेन, विमान तथा अन्तरिक्ष यान और कृत्रिम उपग्रह तक विज्ञान के हाथों बन चुके हैं जिनका उपयोग हम प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से जरुर करते हैं।
हानी : विज्ञान से जहां मनुष्य ने इतने लाभ हुए हैं और जीवन सभ्य तथा सहज बन गया है, वहीं बन्दूक, बम, मिसाइल जहरीली गैसें आदि बनाकर मनुष्य को भारी नुकसान पहुंचाया है और भविष्य के प्रति भय भीत कर दिया है । आज पूरा संसार एटम बम के भय से काँप रहा है । प्रदूषण भी बढ़ा है और वायुमण्डल के ओजोनमंडल को भी नुकसान हुआ है ।
उपसंहार : अत: विज्ञान एक तरफ मनुष्य के लिए वरदान है तो दूसरी ओर अभिशाप भी । यह हम पर निर्भर करता है कि हम विज्ञान का प्रयोग कैसे करें ।